एसिडिटी क्या है? आयुर्वेद के अनुसार इसके कारण, लक्षण और उपचार।

एसिडिटी क्या है? आयुर्वेद के अनुसार इसके कारण, लक्षण और उपचार।

एसिडिटी(Acidity) क्या है और आयुर्वेद में इसका इलाज(What is Acidity and its treatment in Ayurveda)?

एसिडिटी (Acidity)एक सामान्य चिकित्सीय स्थिति है जो पेट में एसिड (Acid)के अत्यधिक उत्पादन के कारण होती है, जो भोजन नली में वापस प्रवाहित होती है और छाती के निचले हिस्से में दर्द या जलन का कारण बनती है। पोषण विशेषज्ञों के अनुसार, खराब खान-पान और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली व्यक्तियों में एसिडिटी के लिए जिम्मेदार है। एसिडिटी को एसिड रिफ्लक्स(Acid Reflux)भी कहा जाता है।

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क्रोनिक एसिडिटी(Chronic Acidity) से हार्टबर्न नामक स्थिति भी पैदा हो सकती है, जो आपके सीने में एक साथ कई सुइयों के चुभने जैसी लंबे समय तक बनी रहने वाली अनुभूति है। जैसे ही आप लेटते हैं और कुछ नींद लेने की कोशिश करते हैं तो असुविधा और परेशानी होता है।

Ayurvedic acidity kit in ayurveda for acidity

आयुर्वेद से एसिडिटी का इलाज(Acidity Treatment with Ayurveda):

आयुर्वेद के अनुसार, एसिडिटी(Acidity)पित्त दोष के ख़राब होने के कारण होती है, जिससे पेट में एसिड का अत्यधिक उत्पादन होता है। श्री च्यवन आयुर्वेद में हमने आपकी एसिडिटी को प्रबंधित करने के लिए एसिडिटी केयर किट तैयार की है। हमारी किट सभी प्राकृतिक और शुद्ध सामग्रियों का उपयोग करके तैयार की गई है और यह त्वरित और स्थायी राहत देती है।

एसिडिटी केयर किट : यह एसिडिटी के लिए अब तक की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा है, जिसे सावधानीपूर्वक प्राकृतिक पदार्थ द्वारा तैयार किया गया है, जिसमें शामिल हैं:

लिवोजेस सिरप: यह सिरप शरीर में विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में शरीर की मदद करता है। यह सिरप 100% प्राकृतिक है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। यह सिरप आपके शरीर के लिए डिटॉक्सिफायर के रूप में काम करेगा और पाचन प्रक्रिया को आसान बनाएगा।

सामग्रियां: इसमें भुई आंवला, दारू हल्दी, कालमेघ, कुटकी, बिस्खपरा, काशनी शामिल हैं।

कैसे उपयोग करें: हर दिन 10 मिलीलीटर का सेवन करें, दो बार यानी सुबह और शाम खाली पेट।

अमृता चूर्ण: यह गैस, कब्ज और पेट दर्द जैसी पेट संबंधी कई समस्याओं में मदद करता है। इस चूर्ण के सेवन से कब्ज के दौरान होने वाले दर्द से राहत मिलेगी और अंततः आपको नियमित कब्ज की समस्या, गैस और एसिडिटी से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।

सामग्रियां: इसमें हरड़े, सोंठ, मुलेठी, बहेड़ा, हींग, वरयाली, अमलताह, काला नमक शामिल हैं।

कैसे इस्तेमाल करें: इस चूर्ण  की 1-2 ग्राम मात्रा को आधे कप पानी में मिलाएं, रोजाना सोने से पहले इसका सेवन करें।

एसिडिटी अमृतम सिरप: यह एसिडिटी के कारण पेट में होने वाली जलन को शांत करने में मदद करता है और पेट से संबंधित समस्याओं में मदद करता है। जैसा कि बताया गया है इस सिरप का सेवन आपको एसिडिटी और संबंधित गैस की समस्या को दूर करने में मदद करेगा। यह निस्संदेह एसिडिटी के लिए सबसे अच्छा आयुर्वेदिक सिरप है।

घटक: इस सिरप में मुख्य रूप से लौंग, छोटी इलाइची, सौंठ, चित्रकमूल, हरड़, पुदीना, आंवला, यतिमधु, गेरू, सौंफ, गिलोय, विदारीकंद, कपूर शामिल हैं।

कैसे उपयोग करें: सुबह और शाम नाश्ते या खाने के बाद क्रमशः 10 मिलीलीटर का सेवन करें।

एलोवेरा प्लस जूस: श्री च्यवन आयुर्वेद का एलोवेरा प्लस जूस 100% प्राकृतिक और शुद्ध जूस है जिसमें पेट, एसिडिटी आदि से संबंधित कई समस्याओं को ठीक करने के लिए असंख्य लाभकारी गुण हैं। एलोवेरा प्लस जूस आपको एसिडिटी से राहत दिलाता है।

घटक: इसमें जूस के रूप में मुख्य रूप से एलोवेरा जेल का अर्क होता है, जिसे आसानी से सेवन किया जा सकता है और इसके सभी फायदे जूस में ही बरकरार रहते हैं।

कैसे उपयोग करें: सुबह खाली पेट 15 मिलीलीटर एलोवेरा प्लस जूस का सेवन करें।

 

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